फिल्मों में चमकी किस्मत तो घमंडी हो गई थी ये एक्ट्रेस, सिर पर चढ़ गया था कामयाबी का नशा, अब बोलीं - कुछ गलतियों पर पछतावा है
मनीषा कोइराला ने हाल में अपने शुरुआती दिनों के बारे में बात की जब उन्हें अपनी सक्सेस की वजह से काफी घमंड हो गया था.
मनीषा कोइराला इंडस्ट्री की सबसे मशहूर एक्ट्रेसेज में से एक हैं जिन्होंने बेहतरीन किरदारों के साथ अपना टैलेंट साबित किया है. 1942: ए लव स्टोरी में एक्टिंग करने के बाद पॉपुलैरिटी पाने वाली एक्ट्रेस ने हाल ही में पिंकविला के साथ एक इंटरव्यू में शेयर किया कि स्टारडम ने उन्हें कुछ हद तक घमंडी बना दिया था और उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ गलतियां करने का पछतावा है. मनीषा कोइराला से पूछा गया कि उनके करियर में एक बड़े बदलाव के दौरान उनकी पर्सनैलिटी कैसे डेलवप हुई और क्या उस समय उन्हें एक अलग इंसान की तरह महसूस हुआ.
जवाब में मनीषा ने कहा, "हां मुझे लगता है कि मैं बदल गई थी. मुझे लगा कि मैं थोड़ी घमंडी हो गई थी. जब सफलता जल्दी मिलती है बिना ज्यादा मेहनत के तो बदलाव तय है और आप इममैच्योर होते हैं, आप यंग होते हैं, इसलिए आपको ज्यादा कुछ समझ नहीं आता - न तो दुनिया के बारे में और न ही अपने बारे में."
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए, मुझे लगता है कि यह आपको थोड़ा घमंडी बनाता है. आपको लगता है कि आप ही पूरी दुनिया में सबसे अहम हैं. लेकिन मैं असल में ऐसी नहीं हूं. जैसे-जैसे आप मैच्योर होते हैं और जिंदगी से गुजरते हैं आपको इसका एहसास होता है. उस समय मुझे ऐसा लगता था कि मैं यूनिवर्स का सेंटर पॉइंट हूं."
मनीषा कोइराला ने आगे कहा, "मैंने कुछ गलतियां कीं जिनका मुझे आज पछतावा है लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैंने कोई बड़ी गलती की है. मेरा मतलब है अगर मैंने जिंदगी में कोई गलती की है तो मैंने उन्हें अपने लिए किया है. अगर मैंने की भी है तो हो सकता है कि मैंने किसी और को चोट पहुंचाई हो."
उन्होंने आगे कहा, "क्योंकि मैं एक सेंसिटिव इंसान हूं और साथ ही मेरी जिंदगी में एक बड़े फैक्टर मेरी मां और पिता रहे हैं जो चाहे मैं कितनी भी ऊंचाई पर क्यों न पहुंचूं मुझे वापस धरती पर लाएंगे और कहेंगे, 'जमीन से जुड़े रहो.'"
काम के मोर्चे पर अगर देखा जाए तो मनीषा ने सुभाष घई की 1991 की फिल्म सौदागर से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की. हाल में वह संजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज हीरामंडी से ओटीटी पर शुरुआत की.