Mahakumbh 2025 LIVE : महाकुंभ की भव्यता देख विदेशी सैलानी भी दंग, बताया आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र
Mahakumbh 2025 : महाकुंभ की शुरुआत हो गई है. पौष पूर्णिमा यानि आज बुधादित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. स्नान के बाद सकल कामना सिद्धी, जनकल्याण व राष्ट्र अभ्युदय के लिए यज्ञ-अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा. इस वर्ष महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, जो इसे इतिहास का सबसे बड़ा समागम बना देगा.
Mahakumbh 2025: पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही महाकुंभ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया. मेल प्रशासन के मुताबिक, सोमवार को शाम चार बजे तक 1.60 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ नगर भारत ही नहीं, विश्व की आस्था का केंद्र बन गया है. यहां देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही अमेरिका, रूस, जर्मनी, इटली, स्पेन और इक्वाडोर समेत तमाम देशों के लोग सनातन संस्कृति से अभिभूत नजर आ रहे हैं. सभी ने संगम में डुबकी लगाई और माथे पर तिलक लगाकर संगम की रेती पर निकल पड़े.
पौष पूर्णिमा यानि आज बुधादित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. स्नान के बाद सकल कामना सिद्धी, जनकल्याण व राष्ट्र अभ्युदय के लिए यज्ञ-अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा. बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई. संगम नगरी प्रयागराज में सनातन आस्था के सबसे आयोजन महाकुंभ 2025 में अनेक रंग देखने को मिल रहे हैं. देश के कोने-कोने से अलग-अलग वेशभूषा में साधु संत यहां पर पहुंच रहे हैं. 144 साल बाद महाकुंभ के लिए कुछ खास संयोग बन रहा है. हर कोई कुंभ जाने से अपने आप को नहीं रोक पा रहा है. अलग-अलग तरह के महात्माओं के स्वरूप अलग-अलग तरह के अखाड़ा प्रमुख कुंभ के रंग में रंगे हुए नजर आ रहे हैं.