एक्टर राम कपूर लंबे समय से सोशल मीडिया से गायब थे। अब अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपडेट दिया है कि उन्होंने मात्र 18 महीने में 55 किलो वजन कम किया है। इस दौरान वह इसके लिए पूरी लगन के साथ कड़ी मेहनत कर रहे थे। इसलिए वह सोशल मीडिया से गायब थे। राम कपूर ने अपने वेट लॉस ट्रांसफॉर्मेशन के बारे में बताकर फैंस को चौंका दिया है। खास बात ये है कि उन्होंने इसके लिए किसी मेडिकल फॉर्मूले को फॉलो नहीं किया है। राम कपूर ने वेट लॉस के लिए न किसी तरह की दवाएं ली हैं और न ही कोई सर्जरी करवाई है। उन्होंने इसके लिए एकदम ओल्ड-स्कूल एप्रोच अपनाई है। उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है कि इस बीच उन्होंने बैलेंस्ड डाइट ली, खूब जमकर एक्सरसाइज की और भरपूर नींद ली। अब सवाल ये है कि क्या सिर्फ बैलेंस्ड डाइट, एक्सरसाइज और नींद से मात्र 18 महीने में 55 किलो वजन कम किया जा सकता है। इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में वेट लॉस की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- पूरी दुनिया में मोटापा है बड़ी समस्या पूरी दुनिया में बीते तीन दशकों से मोटापा एक बड़ी समस्या बना हुआ है। साल 1990 से 2022 के बीच किशोरों में मोटापे के मामले 4 गुना बढ़ गए हैं। इस दौरान वयस्कों में भी मोटापे के मामले दुगुने हो गए हैं। सभी देशों में मोटापे के मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे एपिडेमिक घोषित कर दिया है। एपिडेमिक का मतलब है, ऐसी बीमारी, जो दुनिया की बड़ी आबादी को तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। इसमें बच्चों और किशोरों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्राफिक में देखिए। ज्यादा तेजी से वजन घटाना रिस्की डाइटीशियन शिल्पी गोयल कहती हैं कि स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी वजन होना बहुत जरूरी है। मोटापे के कारण कई लाइफस्टाइल डिजीज और क्रॉनिक डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए वजन मेंटेन रखने के लिए बैलेंस्ड डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करनी चाहिए। हालांकि वह एक्टर्स की तरह रैपिड वेट लॉस के लिए मना करती हैं। तेजी से वजन घटाने से हो सकती है न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी शिल्पी गोयल कहती हैं कि अगर कोई व्यक्ति रैपिड वेट लॉस के लिए रेगुलर बैलेंस्ड डाइट नहीं ले रहा है या फिर जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज कर रहा है तो उसे न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी हो सकती है। वजन कम करने के लिए आमतौर पर लोग कम कैलोरी वाली डाइट लेते हैं। इसमें पर्याप्त आयरन, फोलेट और विटामिन B12 जैसे महत्वपूर्ण न्यूट्रिशन बहुत कम होते है। इसके कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। एक्सट्रीम डाइट प्लान आखिरी ऑप्शन वजन कम करने के लिए एक्सट्रीम डाइट प्लान पर जाना अच्छा ऑप्शन नहीं है। यह वेट लॉस के लिए दवाएं लेने या सर्जरी करवाने जैसा ही है। इन सबके बहुत साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर इन्हें आखिरी विकल्प मानते हैं। अगर इमरजेंसी कंडीशंस नहीं हैं तो वेट लॉस के लिए हेल्दी अप्रोच अपनाना चाहिए। इसका मतलब है कि धीरे-धीरे वजन घटाएं। वेट लॉस से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल: क्या होता है रैपिड वेट लॉस? जवाब: अगर कोई लगातार कई हफ्तों तक हर हफ्ते आधा से एक किलो वजन घटा रहा है तो इसे रैपिड वेट लॉस कहते हैं। राम कपूर ने मात्र 18 महीने में 55 किलो वजन कम किया है। इसका मतलब है कि वह औसतन हर हफ्ते लगभग पौने एक किलो वजन घटा रहे थे। अगर यह सब किसी एक्सपर्ट की देख–रेख में नहीं किया जा रहा है तो काफी जोखिम भरा हो सकता है। सवाल: रैपिड वेट लॉस कितना रिस्की होता है? जवाब: तेजी से वजन कम करने में कई जोखिम हो सकते हैं। बहुत तेजी से वजन घटाने की जिद के कारण शरीर में जरूरी विटामिन्स-मिनरल्स की कमी हो सकती है। अगर कोई इस दौरान रेगुलर एक्सरसाइज कर रहा है और प्रॉपर डाइट ले रहा है, इसके बावजूद वह अपने शरीर को मुश्किल में डाल रहा है। यह वेट लॉस का हेल्दी तरीका नहीं है। सवाल: वेट लॉस का हेल्दी तरीका क्या है? जवाब: वेट लॉस का कोई एक निश्चित तरीका नहीं है। हर किसी को अपनी लाइफस्टाइल के हिसाब से एक्शन लेना चाहिए। इसके लिए किसी डाइटीशियन की मदद ले सकते हैं। इस दौरान इन बातों का ध्यान रखें: एक्टिव बने रहें: हर हफ्ते कम-से-कम 150 मिनट एक्सरसाइज करने का टारगेट रखें। इसमें अपनी पसंद के अनुसार जॉगिंग, स्किपिंग, साइकिलिंग भी कर सकते हैं। खूब सारे फल और सब्जियां खाएं: अपनी डाइट में ज्यादा-से-ज्यादा फल और सब्जियां शामिल करें। खाने से पहले एक प्लेट भरकर ताजे फल और सब्जियों का सलाद खाएं। धीरे-धीरे वजन घटाने का लक्ष्य रखें: तेजी से वजन कम करे की बजाय हर महीने एक से दो किलो वजन कम करने का टारगेट बनाएं। पर्याप्त नींद जरूर लें: वजन कम करने के लिए मेटाबॉलिज्म का एक्टिव रहना भी बहुत जरूरी है। इसके अलावा भूख से जुड़े हॉर्मोन कंट्रोल में रखने के लिए बी नींद बहुत जरूरी है। इससे वेट लॉस में मदद मिलती है। सवाल: वेट लॉस के दौरान क्या नहीं करना चाहिए? जवाब: वेट लॉस के लिए जितना ये जानना जरूरी है कि क्या करें, उतना ही ये भी जरूरी है कि इस दौरान क्या न करें: क्रैश डाइट से बचें: तेजी से वजन घटाने के लिए क्रैश डाइट प्लान से बचें। इसके कारण हमारे शरीर में न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी हो सकती है। अक्सर ऐसे प्लान अनस्टेबल और अनहेल्दी होते हैं। अनहेल्दी स्नैक्स न खाएं: अगर वजन कम कर रहे हैं तो किसी भी तरह के अनहेल्दी खाने से दूरी बनाएं। अगर दो मील्स के बीच भूख लगती है तो स्नैक्स में फल खाना अच्छा ऑप्शन हो सकता है। भोजन स्किप न करें: वेट लॉस के लिए भोजन छोड़ना अच्छा तरीका नहीं है। इसके कारण कई हेल्थ रिस्क हो सकते हैं। हमारे शरीर को जरूरत से कम न्यूट्रिशन और कैलोरीज मिलने पर यह मसल्स को ब्रेक करना शुरू कर देता है। इससे मसल लॉस हो सकता है। ..........................
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1. सेहतनामा- HMPV से बचना है तो समझें इम्यूनिटी का साइंस: शराब, सिगरेट और खराब डाइट से होती कमजोर, बता रहे हैं डॉक्टर सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने साफ किया है कि HMPV वायरस का खतरा मुख्य रूप से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को है। यही कारण है कि छोटे बच्चे और बुजुर्गों में इसका इन्फेक्शन बढ़ रहा है क्योंकि बच्चों की इम्यूनिटी पूरी तरह विकसित नहीं होती है। पूरी खबर पढ़िए...
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