नए साल के इंतजार में 31 दिसंबर की शाम पूरी दुनिया के लोग जश्न मनाते हैं। इसमें क्या देश, क्या धर्म और क्या कम्युनिटी। सब मस्तमौला होकर पार्टी में खूब तली-भुनी चीजें खाते हैं, कोल्डड्रिंक्स और शराब पीते हैं। न्यू ईयर पार्टी में एंजॉय करना ठीक बात है, लेकिन बहुत प्रोसेस्ड चीजें खाने और शराब पीने से शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ सकते हैं। इससे डाइजेशन खराब हो सकता है। कई बार बदहजमी, पेट दर्द और मतली की समस्या भी हो सकती है। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज हम 7 दिन का डिटॉक्स प्लान जानेंगे। साथ ही जानेंगे कि- शरीर खुद को करता है डिटॉक्स हमारे शरीर का विज्ञान बहुत उन्नत है। जब हम कोई ऐसी चीज खाते या पीते हैं, जिससे शरीर को नुकसान हो सकता है तो शरीर इसे बाहर निकालने की कोशिश करने लगता है। अगर किसी ने बहुत ज्यादा मीठा खा लिया है तो शरीर को पता है कि इससे ब्लड शुगर स्पाइक कर सकता है। अगर बहुत ज्यादा नमकीन खाया है तो इससे बीपी बढ़ सकता है। इसलिए शरीर इन्हें टॉक्सिन मानकर बाहर निकालने की कोशिश करने लगता है। नतीजतन उल्टी हो सकती है और पेट खराब हो सकता है। डिटॉक्सिफिकेशन का सही मतलब जानना जरूरी डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि ज्यादातर लोग रील्स देखकर ये समझने लगे हैं कि डिटॉक्सिफिकेशन में एक खास तरह की डाइट ली जाती है। इस दौरान लिक्विड इनटेक बढ़ा दिया जाता है। जबकि डिटॉक्सिफिकेशन का सही मतलब ये है कि इस दौरान इनर ऑर्गन्स को आराम दिया जाता है। कम-से-कम भोजन किया जाता है या फिर बहुत हल्का भोजन किया जाता है। डाइट के साथ बदलें लाइफस्टाइल बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए सिर्फ खाने-पीने में बदलाव करना काफी नहीं है। इसके लिए डाइट के साथ लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने होते हैं। सुबह की एक्सरसाइज से लेकर रात में क्वालिटी स्लीप लेने तक हर छोटी बात का ख्याल रखना जरूरी होता है। बनाएं 7 दिन का डिटॉक्स प्लान मौजूदा समय का खानपान और लाइफस्टाइल देखें तो हम सभी को लगभग हर महीने बॉडी डिटॉक्स की जरूरत होती है। ऐसे में अगर न्यू ईयर पार्टी में प्रोसेस्ड चीजें खा रहे हैं और शराब भी पी रहे हैं तो इसके लिए कम-से-कम 7 दिन के डिटॉक्स प्लान की जरूरत है। पहला दिन पहले दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी के साथ करें। इसमें नींबू और शहद भी मिला सकते हैं। इसके बाद आधा घंटा वर्कआउट जरूर करें। सुबह ब्रेकफास्ट से लेकर रात के डिनर तक क्या खाना-पीना है, ग्राफिक में देखिए: दूसरा दिन दूसरे दिन की शुरुआत किसी हर्बल टी से कर सकते हैं। इसके बाद रुटीन के मुताबिक फ्रेश होकर 30 मिनट एक्सरसाइज करें। अब नाश्ते में जूस की जगह कुछ मौसमी फल खा सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: तीसरा दिन तीसरे दिन की शुरुआत एक गिलास जीरा-अजवायन के पानी के साथ करें। इसके बाद आधा घंटा एक्सरसाइज करें। नाश्ते में एक प्लेट पोहा और जूस ले सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: चौथा दिन चौथे दिन फिर से नींबू-पानी या हर्बल टी के साथ दिन की शुरुआत करें। इसके बाद फ्रेश होकर आंधे घंटे की एक्सरसाइज के लिए निकल जाएं। सुबह के नाश्ते में केला खा सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: पांचवा दिन पांचवें दिन की शुरुआत दालचीनी, तुलसी की पत्ती और शहद की हर्बल चाय के साथ करें। इसके बाद रोज की तरह आधे घंटे की एक्सरसाइज करें। नाश्ते में नारियल चटनी के साथ एक इडली या पोहा खा सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: छठा दिन छठवें दिन की शुरुआत तुलसी की पत्तियों और शहद से बनी हर्बल चाय से कर सकते हैं। रोजाना की आधे घंटे की एक्सरसाइज न भूलें। इसके बाद नाश्ते में नारियल पानी पी सकते हैं और मौसमी फल खा सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: सातवां दिन सातवें दिन सुबह अदरक, तुलसी वाले एक गिलास पानी में शहद मिलाकर पिएं। इसके बाद रोज की तरह आधे घंटे एक्सरसाइज या जॉगिंग करें। नाश्ते में नींबू और प्याज मिलाकर एक प्लेट स्प्राउट्स खा सकते हैं। पूरा प्लान ग्राफिक में देखिए: डिटॉक्सिफिकेशन से जुड़े कुछ सवाल और जवाब सवाल: क्या शरीर के साथ ब्रेन को भी डिटॉक्स करना होता है? जवाब: अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड और शराब से हॉर्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है। इसका सबसे अधिक असर ब्रेन पर पड़ता है। यही कारण है कि इस तरह के पार्टी सेलिब्रेशन के बाद लोगों को चिड़चिड़ाहट और टेंपर लॉस की समस्या हो सकती है। ब्रेन डिटॉक्स के लिए मेडिटेशन और योग की मदद ली जा सकती है। सवाल: क्या डिटॉक्सिफिकेशन के लिए किचन में रखी चीजें काफी हैं? जवाब: हां, किचन में रखी चीजें डिटॉक्सिफिकेशन के लिए पर्याप्त होती हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। किचन में मौजूद नींबू, लहसुन और अदरक भी डिटॉक्स प्रोसेस में बहुत मददगार होते हैं। इन्हें लंच और डिनर प्लान में ऐड कर सकते हैं।
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