संभल के बाद अब मुरादाबाद में भी नेजा मेले का विरोध, हिंदू संगठनों ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
संभल में सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर लगने वाले नेजा मेले पर वहां के प्रशासन ने रोक लगा दी है. अब पड़ोसी जिले मुरादाबाद में भी नेजा मेले का विरोध शुरू हो गया है.

संभल के बाद अब मुरादाबाद में भी नेजा मेले का विरोध शुरू हो गया है. हिन्दू संगठनों ने नेजा मेले पर रोक लगाने की मांग को लेकर SDM को एक ज्ञापन सौंपा है. हिन्दू संगठन के लोगों ने सालार मसूद गाजी को आक्रांता बताते हुए उसके नाम से किसी भी आयोजन पर आपत्ति उठाई है. जबकि SDM बिलारी का कहना है कि नेजा मेला पहले से लगता चला आ रहा है, लेकिन अभी तक कमेटी या प्रधान के द्वारा कोई भी आवेदन मेले की परमिशन के लिए नहीं दिया है.
संभल में नेजा मेले के आयोजन पर प्रशासन ने लगा दी है रोक
हालांकि थांवला के स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि उनके गांव में पूर्व से लगने वाला नेजा मेला जरूर लगेगा. मालूम हो कि पड़ोस के जिले संभल में सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर लगने वाले नेजा मेले पर वहां के प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिसके बाद मुरादाबाद में भी नेजा मेले का विरोध शुरू हो गया है.
मुरादाबाद के बिहारी तहसील के थांवला में लगता है मेला
उसी क्रम में मुरादाबाद की तहसील बिलारी के गांव थांवला में बनी सालार मसूद गाजी की दरगाह पर होली के बाद नेजा मेला लगता है. लेकिन उससे पहले ही हिंदू संगठनों ने मेले का विरोध करते हुए एक ज्ञापन SDM को देकर गांव थांवला में लगने वाले नेजा मेले को बंद कराने की मांग की है.
हिन्दू संगठनों ने सालार गाजी को आक्रांता बताते हुए उसके नाम से किसी भी आयोजन ना होने देने की मांग की है. सनातन जागरण मंच के पदाधिकारी सिद्धार्थ शेखर ने इस आयोजन का मुखर विरोध किया है.
थांवला के लोग बोले- सैकड़ों पुरानी दरगाह, सालों से लग रहा नेजा मेला
दूसरी ओर मुरादाबाद के थांवला के रहने वाले मुस्लिम लोगों का कहना है कि सैय्यद सालार मसूद गाजी की ये दरगाह सैकड़ों साल पुरानी है, तभी से नेजा मेला लगता चला आ रहा हैं. दरगाह के आसपास की जमीन पर खुले, खेल तमाशे, खाने पीने की दुकानें व खेल खिलौने की दुकानें लगती हैं.
लोगों को भी मेले का इंतजार रहता है. गांव में किसी तरह का विरोध नहीं है. सारा इंतजाम ग्राम प्रधान के हाथ में रहता है. उनको पूरी उम्मीद है कि मेला जरूर लगेगा.
SDM बोले- अभी तक मेले के परमिशन के लिए नहीं मिला कोई आवेदन
इधर बिलारी तहसील के एसडीएम विनय कुमार सिंह का कहना है कि सनातन जागरण मंच व हिंदू संगठनों द्वारा एक ज्ञापन दिया गया, जिसमें गांव थांवला में लगने वाले नेजा मेले पर रोक लगाने मांग की है. लेकिन SDM ने ये भी कहा कि अभी तक कमेटी या गांव प्रधान की तरफ से मेले की परमिशन के लिए कोई आवेदन नहीं मिला है. लग रहा है मेला स्थगित कर दिया गया है. कमेटी वा जिम्मेदार लोगों से वार्ता जारी है. जिले में समरूपता रखी जाएगी.
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