मंगल को भी मुट्ठी में करने की हुंकार, पहले भाषण में ट्रंप की ये कैसी ललकार
डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में चीन को ललकारते हुए पनामा नहर को वापस लेने की हुंकार भरी तो मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी की पहचान देने की ललकार भी थी. वहीं उन्होंने मंगल तक को नाप लेने की बात कही है.
क्या विस्तारवाद के जिस रास्ते पर चीन और रूस चल पड़ा है, ट्रंप युग में अमेरिका भी उस ओर कदम बढ़ाने जा रहा है. सोमवार को अमेरिका की कुर्सी संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के भाषण में तीन ऐसी बातें थीं, जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि अमेरिका का नया ट्रंप काल बिल्कुल अलहदा होगा.
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डोनाल्ड ट्रंप के इस भाषण में चीन को ललकारते हुए पनामा नहर को वापस लेने की हुंकार थी तो मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर उसे अमेरिका की खाड़ी की पहचान देने की ललकार भी. धरती छोड़िए, ट्रंप ने शपथ लेते ही मंगल तक को नाप लेने की बात कही है.
मंगल ग्रह पर लहराएंगे अपना झंडा: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिकियों से वादा किया कि सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को दुनिया फिर से एक बढ़ते हुए राष्ट्र के रूप में देखेगी, जो अपना क्षेत्र का विस्तार करेगा और हम मंगल ग्रह पर अपना झंडा लहराएंगे. ट्रंप ने कहा कि हम सितारों की ओर बढ़ेंगे. अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री मंगल पर सितारे और स्ट्रिप्स लगाएंगे.
पनामा नहर हो वापस लेने का ऐलान
वहीं पनामा नहर को लेकर ट्रंप ने चीन को सीधा संदेश दिया है. ट्रंप ने पनामा नहर को लेकर अपने पहले भाषण में चीन को खूब सुनाया और अमेरिकियों से वादा किया कि अमेरिका पानामा नहर को वापस लेगा.
ट्रंप ने पनामा नहर को लेकर कहा, 'हमने इसे चीन को नहीं दिया है. हमने इसे पनामा को दिया था और हम इसे वापस ले रहे हैं.' ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर के बनाने में अमेरिका ने कई जानें गंवाई है. अरबों खर्चें हैं.