International Women’s Day 2025: 8 मार्च को क्यों मनाते हैं महिला दिवस? जानें तिथि, थीम, इतिहास, महत्व और साझा करने के लिए शुभकामनाएँ

International Women's Day 2025: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि यह एक अवसर है, जो महिलाओं के अचीवमेंट्स और स्ट्रगल को सम्मान देने के साथ-साथ इक्वैलिटी की दिशा में सार्थक कदम बढ़ाने के लिए इंस्पायर करता है.

मार्च 3, 2025 - 15:52
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International Women’s Day 2025: 8 मार्च को क्यों मनाते हैं महिला दिवस? जानें तिथि, थीम, इतिहास, महत्व और साझा करने के लिए शुभकामनाएँ

International Women's Day 2025: हर साल 8 मार्च को पूरे विश्व में महिलाओं का स्पेशल डे (Womens Day 2025) नाया जाता है. यह दिन महिलाओं की सोशल, फाइनेंशियल और पॉलीटिकल अचीवमेंट को रिकॉग्नाइज़ करने के लिए समर्पित है. साथ ही, यह दिन महिलाओं के अधिकारों और समानता की दिशा में अवेयरनेस (Awareness) बढ़ाने का भी एक खास अवसर है. आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इंटरनेशनल विमेंस डे की शुरुआत कब और कैसे हुई? साथ ही जानेंगे इसका महत्व और साल 2025 में महिला दिवस की थीम क्या है.

इंटरनेशनल विमेंस डे 2025 (International Women's Day 2025)

महिला दिवस की शुरुआत और इतिहास

इसकी शुरुआत 1975 में हुई थी जब संयुक्त राष्ट्र (United Nation) ने 'इंटरनेशनल विमेंस ईयर' मनाते हुए पहली बार इंटरनेशनल विमेंस डे का आयोजन किया था. इसके दो साल बाद यानी साल 1977 में संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली ने 8 मार्च को ‘महिला अधिकार दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की. हालांकि, महिला दिवस का इतिहास इससे कहीं पहले का है. 28 फरवरी, 1909 को अमेरिका के सोशलिस्ट पार्टी ने इसे पहली बार मनाया था. इसके बाद महिला दिवस को लेकर संघर्ष और आंदोलनों की एक लंबी प्रक्रिया चली, जिसमें महिलाओं ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाई.

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महिला दिवस का महत्व

महिला दिवस का उद्देश्य महिलाओं के संघर्ष, उनके अधिकारों और समाज में उनकी भूमिका के प्रति अवेयरनेस बढ़ाना है. यह दिन समाज को यह याद दिलाने का अवसर है कि महिलाओं को अब भी पुरुषों के निर्णयों पर निर्भर रहना पड़ता है, चाहे वह घर हो या वर्किंग प्लेस. इस दिन के जरिए महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अधिकार और अवसर मिलने की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा दी जाती है.


8 मार्च का चुनाव क्यों?

इंटरनेशनल विमेंस डे के लिए 8 मार्च की तारीख का चुनाव एक ऐतिहासिक घटना से जुड़ा हुआ है. 1917 में रूस में महिलाओं ने एक ऐतिहासिक हड़ताल की थी, जो पॉलिटिकल बदलाव का कारण बनी. उस समय रूस में जुलियन कैलेंडर का इस्तेमाल हो रहा था, जबकि बाकी दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर था. जुलियन कैलेंडर के अनुसार 1917 का आखिरी रविवार 23 फरवरी को था, जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर में वही तारीख 8 मार्च को थी. इसके बाद 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई.

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विमेंस डे 2025 की थीम

हर साल महिला दिवस के साथ एक विशेष थीम जुड़ी होती है, जिसे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की दिशा और उद्देश्य को उजागर करने के लिए चुना जाता है. 1996 से यह परंपरा शुरू हुई थी. 2024 में थीम 'इंस्पायर इंक्लूजन' थी, जबकि 2025 की थीम ‘Accelerate Action' है. इस थीम का उद्देश्य महिलाओं के समान अधिकारों और अवसरों को बढ़ावा देने में तेजी लाना है. इसका मकसद महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और असमानता को समाप्त करना है, ताकि समाज में हर किसी को समान अवसर मिल सके.

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