सेहतनामा- अनानास खाने से दूर होता इंफ्लेमेशन:15 औषधीय गुण, विटामिन C का खजाना, डॉक्टर से जानें किसे नहीं खाना चाहिए

अनानास दुनिया के सबसे स्वादिष्ट फलों में से एक है। इसके स्वाद के चलते ही 17वीं सदी के मध्य में अनानास को ब्रिटेन की राजशाही में 'फलों का राजा' घोषित किया गया था। इसे फलों का राजा कहने की दूसरी वजह इसके ऊपर क्राउन जैसा आकार है। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित ट्रॉफी ‘विंबलडन ट्रॉफी’ के सबसे ऊपरी हिस्से को अनानास के आकार में ही ढाला गया है। स्वाद और बनावट के साथ अनानास सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसमें विटामिन C, मैंगनीज और एंजाइम जैसे पोषक तत्व होते हैं। अनानास में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंजाइम्स इंफ्लेमेशन और कई बीमारियों से बचाते हैं। इसे खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और कैंसर का जोखिम कम होता है। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज अनानास की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- अनानास है विटामिन C का खजाना मात्र 100 ग्राम अनानास में हमारी रोजाना जरूरत का लगभग 80% विटामिन C मिल जाता है। यह हाई न्यूट्रिशन वाला फल है। इसलिए छोटे से टुकड़े में ढेर सारे विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाते हैं। अनानास की न्यूट्रिशनल वैल्यू अनानास का लगभग 86% हिस्सा पानी होता है। इसमें फाइबर और कार्ब्स पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें प्रोटीन और शुगर कितना है, ग्राफिक में देखिए: अनानास में होते हैं कमाल के विटामिन और मिनरल अनानास में विटामिन C के अलावा पोटेशियम, कैल्शियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं। ग्राफिक में देखिए: सेहत के लिए बेहद फायदेमंद अनानास अनानास का सबसे कमाल का गुण ये है कि यह एंटीइंफ्लेमेटरी होता है। इसका मतलब है कि यह शरीर में मौजूद सूजन को दूर करता है। इसका एंटी-वायरल गुण वायरस से होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। यह स्किन प्रोटेक्टिव होता है और स्किन की झुर्रियां भी दूर करता है। इसके अलावा और कौन से गुण होते हैं, ग्राफिक में देखिए। अनानास खाने से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल: क्या रोज अनानास खाना सुरक्षित है? जवाब: हां, यह बिल्कुल सुरक्षित है। रोज अनानास खाने से मीठा खाने की इच्छा कम होती है और खाने में तृप्ति का एहसास बढ़ता है। इससे वेट लॉस में मदद मिलती है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है। साथ ही कुछ पाचक एंजाइम होते हैं। इसलिए रोज अनानास खाने से पाचन तंत्र में सुधार होता है। सवाल: यह कहा जाता है कि खाली पेट अनानास खाना बेहद फायदेमंद है। इस बात में कितनी सच्चाई है? जवाब: हां, यह सच है। अनानास में एक खास एंजाइम ब्रोमेलेन होता है, जो प्रोटीन पचाने में मददगार है। अगर सुबह खाली पेट अनानास खाया जाए तो यह पाचन तंत्र को एक्टिवेट कर देता है। इससे पूरे दिन खाना पचाना आसान होता है। खाली पेट अनानास खाने से आंतों में मौजूद बैक्टीरिया में संतुलन बढ़ता है। यह आंतों को साफ करता है, इंफ्लेमेशन दूर करता है और कब्ज से छुटकारा दिलाता है। हालांकि जिनका पेट सेंसिटिव है या जिन्हें एसिडिटी की समस्या है, उन्हें खाली पेट अनानास खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह एक अम्लीय फल है। सवाल: अनानास खाने का सही समय क्या है? जवाब: अनानास खाने का सबसे अच्छा समय खाली पेट है। लेकिन इसे सुबह के नाश्ते के साथ भी खा सकते हैं क्योंकि इसमें मौजूद ब्रोमेलेन से पाचन में मदद मिलती है। सुबह खाने से शरीर दिन भर एनर्जेटिक रहता है। भोजन के तुरंत बाद इसे खाने से बचना चाहिए। सवाल: क्या शाम ढलने के बाद या रात में अनानास खा सकते हैं? जवाब: हां, अनानास रात में भी खा सकते हैं। असल में अनानास में मेलाटोनिन और ब्रोमेलेन एंजाइम होता है। इससे अच्छी नींद में मदद मिलती है। ब्रोमेलेन से मसल्स रिलैक्स होती हैं तो स्लीप क्वालिटी भी इंप्रूव हो सकती है। हालांकि, ज्यादा खाने से विटामिन C की अधिकता के कारण नींद में खलल पड़ सकता है। सवाल: क्या अनानास का जूस पीने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है? जवाब: हां, कुछ लोगों को अनानास का जूस पीने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है। इसमें साइट्रिक एसिड होता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है। हालांकि, अनानास में मौजूद ब्रोमेलेन एंजाइम पाचन में मदद करता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स की संभावना कम हो जाती है। सवाल: क्या अनानास खाने के कुछ नुकसान भी हैं? जवाब: आमतौर पर सीमित मात्रा में अनानास खाना सुरक्षित है। बहुत ज्यादा खाने से ये समस्याएं हो सकती हैं- सवाल: क्या अनानास खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? जवाब: हां, अनानास से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं। इसके कारण आमतौर पर खुजली, सूजन, चकत्ते और पेट की समस्याएं होती हैं। कुछ रेयर मामलों में अनानास से लाइफ थ्रेटनिंग एनाफिलेक्टिक रिएक्शन भी हो सकता है। इसमें पेशेंट को सांस लेने में समस्या होती है और तुरंत इलाज की जरूरत होती है। सवाल: कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान अनानास नहीं खाना चाहिए। क्या यह बात वैज्ञानिक रूप से सही है? जवाब: नहीं। इस बात में कोई वैज्ञानिक सच्चाई नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान अनानास एक सुरक्षित और हेल्दी विकल्प है। इसमें मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व फायदेमंद होते हैं। यह एक मिथ है कि इससे गर्भपात हो सकता है या लेबर पेन हो सकता है। गर्भपात का सवाल ब्रोमेलेन के कारण उठता है, क्योंकि यह प्रोटीन को ब्रेक करता है तो शरीर में ज्यादा ब्रोमेलेन से ब्लीडिंग हो सकती है। हालांकि, अनानास में इसकी मात्रा इतनी ज्यादा नहीं होती है कि इससे प्रेग्नेंसी में कोई नुकसान हो। सवाल: किन लोगों को अनानास नहीं खाना चाहिए? जवाब: इन लोगों को अनानास खाने से बचना चाहिए- सवाल: अगर अनानास काटते हुए सावधानी न बरती जाए और उसके बारीक कांटे मुंह और पेट में चले जाएं तो उससे क्या नुकसान हो सकता है? जवाब: अनानास के कांटे बहुत छोटे और सख्त होते हैं, जो जीभ, मसूड़े या गले में चुभ सकते हैं। इससे जलन, सूजन या खराश हो सकती है। अगर ये पेट में चले जाएं तो आंतों में हल्के घाव हो सकते हैं। इसके कारण पेट में हल्का दर्द, सूजन या अपच हो सकती है। अगर ये कांटे ज्यादा चले गए हैं तो आ

फ़रवरी 15, 2025 - 09:03
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सेहतनामा- अनानास खाने से दूर होता इंफ्लेमेशन:15 औषधीय गुण, विटामिन C का खजाना, डॉक्टर से जानें किसे नहीं खाना चाहिए
अनानास दुनिया के सबसे स्वादिष्ट फलों में से एक है। इसके स्वाद के चलते ही 17वीं सदी के मध्य में अनानास को ब्रिटेन की राजशाही में 'फलों का राजा' घोषित किया गया था। इसे फलों का राजा कहने की दूसरी वजह इसके ऊपर क्राउन जैसा आकार है। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित ट्रॉफी ‘विंबलडन ट्रॉफी’ के सबसे ऊपरी हिस्से को अनानास के आकार में ही ढाला गया है। स्वाद और बनावट के साथ अनानास सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसमें विटामिन C, मैंगनीज और एंजाइम जैसे पोषक तत्व होते हैं। अनानास में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंजाइम्स इंफ्लेमेशन और कई बीमारियों से बचाते हैं। इसे खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और कैंसर का जोखिम कम होता है। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज अनानास की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- अनानास है विटामिन C का खजाना मात्र 100 ग्राम अनानास में हमारी रोजाना जरूरत का लगभग 80% विटामिन C मिल जाता है। यह हाई न्यूट्रिशन वाला फल है। इसलिए छोटे से टुकड़े में ढेर सारे विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाते हैं। अनानास की न्यूट्रिशनल वैल्यू अनानास का लगभग 86% हिस्सा पानी होता है। इसमें फाइबर और कार्ब्स पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें प्रोटीन और शुगर कितना है, ग्राफिक में देखिए: अनानास में होते हैं कमाल के विटामिन और मिनरल अनानास में विटामिन C के अलावा पोटेशियम, कैल्शियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं। ग्राफिक में देखिए: सेहत के लिए बेहद फायदेमंद अनानास अनानास का सबसे कमाल का गुण ये है कि यह एंटीइंफ्लेमेटरी होता है। इसका मतलब है कि यह शरीर में मौजूद सूजन को दूर करता है। इसका एंटी-वायरल गुण वायरस से होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। यह स्किन प्रोटेक्टिव होता है और स्किन की झुर्रियां भी दूर करता है। इसके अलावा और कौन से गुण होते हैं, ग्राफिक में देखिए। अनानास खाने से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल: क्या रोज अनानास खाना सुरक्षित है? जवाब: हां, यह बिल्कुल सुरक्षित है। रोज अनानास खाने से मीठा खाने की इच्छा कम होती है और खाने में तृप्ति का एहसास बढ़ता है। इससे वेट लॉस में मदद मिलती है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है। साथ ही कुछ पाचक एंजाइम होते हैं। इसलिए रोज अनानास खाने से पाचन तंत्र में सुधार होता है। सवाल: यह कहा जाता है कि खाली पेट अनानास खाना बेहद फायदेमंद है। इस बात में कितनी सच्चाई है? जवाब: हां, यह सच है। अनानास में एक खास एंजाइम ब्रोमेलेन होता है, जो प्रोटीन पचाने में मददगार है। अगर सुबह खाली पेट अनानास खाया जाए तो यह पाचन तंत्र को एक्टिवेट कर देता है। इससे पूरे दिन खाना पचाना आसान होता है। खाली पेट अनानास खाने से आंतों में मौजूद बैक्टीरिया में संतुलन बढ़ता है। यह आंतों को साफ करता है, इंफ्लेमेशन दूर करता है और कब्ज से छुटकारा दिलाता है। हालांकि जिनका पेट सेंसिटिव है या जिन्हें एसिडिटी की समस्या है, उन्हें खाली पेट अनानास खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह एक अम्लीय फल है। सवाल: अनानास खाने का सही समय क्या है? जवाब: अनानास खाने का सबसे अच्छा समय खाली पेट है। लेकिन इसे सुबह के नाश्ते के साथ भी खा सकते हैं क्योंकि इसमें मौजूद ब्रोमेलेन से पाचन में मदद मिलती है। सुबह खाने से शरीर दिन भर एनर्जेटिक रहता है। भोजन के तुरंत बाद इसे खाने से बचना चाहिए। सवाल: क्या शाम ढलने के बाद या रात में अनानास खा सकते हैं? जवाब: हां, अनानास रात में भी खा सकते हैं। असल में अनानास में मेलाटोनिन और ब्रोमेलेन एंजाइम होता है। इससे अच्छी नींद में मदद मिलती है। ब्रोमेलेन से मसल्स रिलैक्स होती हैं तो स्लीप क्वालिटी भी इंप्रूव हो सकती है। हालांकि, ज्यादा खाने से विटामिन C की अधिकता के कारण नींद में खलल पड़ सकता है। सवाल: क्या अनानास का जूस पीने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है? जवाब: हां, कुछ लोगों को अनानास का जूस पीने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है। इसमें साइट्रिक एसिड होता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है। हालांकि, अनानास में मौजूद ब्रोमेलेन एंजाइम पाचन में मदद करता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स की संभावना कम हो जाती है। सवाल: क्या अनानास खाने के कुछ नुकसान भी हैं? जवाब: आमतौर पर सीमित मात्रा में अनानास खाना सुरक्षित है। बहुत ज्यादा खाने से ये समस्याएं हो सकती हैं- सवाल: क्या अनानास खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? जवाब: हां, अनानास से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं। इसके कारण आमतौर पर खुजली, सूजन, चकत्ते और पेट की समस्याएं होती हैं। कुछ रेयर मामलों में अनानास से लाइफ थ्रेटनिंग एनाफिलेक्टिक रिएक्शन भी हो सकता है। इसमें पेशेंट को सांस लेने में समस्या होती है और तुरंत इलाज की जरूरत होती है। सवाल: कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान अनानास नहीं खाना चाहिए। क्या यह बात वैज्ञानिक रूप से सही है? जवाब: नहीं। इस बात में कोई वैज्ञानिक सच्चाई नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान अनानास एक सुरक्षित और हेल्दी विकल्प है। इसमें मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व फायदेमंद होते हैं। यह एक मिथ है कि इससे गर्भपात हो सकता है या लेबर पेन हो सकता है। गर्भपात का सवाल ब्रोमेलेन के कारण उठता है, क्योंकि यह प्रोटीन को ब्रेक करता है तो शरीर में ज्यादा ब्रोमेलेन से ब्लीडिंग हो सकती है। हालांकि, अनानास में इसकी मात्रा इतनी ज्यादा नहीं होती है कि इससे प्रेग्नेंसी में कोई नुकसान हो। सवाल: किन लोगों को अनानास नहीं खाना चाहिए? जवाब: इन लोगों को अनानास खाने से बचना चाहिए- सवाल: अगर अनानास काटते हुए सावधानी न बरती जाए और उसके बारीक कांटे मुंह और पेट में चले जाएं तो उससे क्या नुकसान हो सकता है? जवाब: अनानास के कांटे बहुत छोटे और सख्त होते हैं, जो जीभ, मसूड़े या गले में चुभ सकते हैं। इससे जलन, सूजन या खराश हो सकती है। अगर ये पेट में चले जाएं तो आंतों में हल्के घाव हो सकते हैं। इसके कारण पेट में हल्का दर्द, सूजन या अपच हो सकती है। अगर ये कांटे ज्यादा चले गए हैं तो आंतों में इंफ्लेमेशन या संक्रमण भी हो सकता है। ऐसा होने पर केला, दलिया जैसे हाई फाइबर फूड खाने से राहत मिल सकती है। अगर समस्या कई घंटों तक बनी हुई है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। ……………………. सेहत की ये खबर भी पढ़िए सर्दियों के सुपरफूड- ठंड में आंवला खाने के 12 कारण:आयुर्वेद में माना जाता है अमृत, विटामिन्स का खजाना, किसे नहीं खाना चाहिए? 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